Hello दोस्तों। स्वागत हैं आपका हमारी वेबसाइट में,आज हम बात करेंगे महिला सशक्तिकरण पर,वैसे तो हमारा देश पुरुष प्रधान देश है पर अब महिलाओं ने इस अवधारणा को लगभग समाप्त कर दिया है। अब महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी रुचि और सक्रियता दिखा रही है आइए जानते हैं क्या है महिला सशक्तिकरण और सरकार इसके लिए क्या योजनाए और कार्यक्रम चला रही हैं।

महिला सशक्तिकरण (woman empowerment)

महिला सशक्तिकरण का सीधा मतलब महिलाओं की स्थिति को सुधारना और उन्हें समाज में समान दर्जा देना।। जिसमें महिलाओं के शिक्षा जागरूकता, बेहतर आजीविका और महिलाओं को शक्तिशाली बनाना ताकि वो अपने निर्णय स्वयं ले सकें।भारत में विभिन्न संस्कृतियों का संगम है। स्त्री हर संस्कृति के केंद्र में होकर भी केंद्र से दूर है।उसके सोचने से लेकर उसके जीवन जीने के ढंग को पुरुष अभी तक नियंत्रित करता आया है और आज भी करने की कोशिश करता रहता है।जब-जब सशक्तिकरण का सवाल उठता है समाज ही मुख्य केंद्र होता हैं।

राष्ट्रीय महिला सशक्तिकरण योजना-:

क्या आप जानते हैं। भारत सरकार ने महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए कई योजनाएं बनाई हैं। ये योजनाएँ महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनने और अपने जीवन को बेहतर बनाने के अवसर प्रदान करती हैं। इसके बारे में हम आपको आगे ब्लॉग पोस्ट में बताएंगे।। सरकार ने विभिन्न मंत्रालयों और विभागों के माध्यम से महिला सशक्तिकरण के लिए विभिन्न योजनाएँ शुरू की हैं।

विश्व में नारी आंदोलन की नींव 19वीं शताब्दी में ही रखी गई । पांचवीं पंचवर्षीय योजना (1974-78) से महिला कल्याण से लेकर विकास तक के मुद्दे को उठाया गया।

भारत सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण के लिए बनाई गई योजनाएं -:

1- इंदिरा गांधी मातृत्व सहयोग योजना: इंदिरा गांधी -: मातृत्व सहयोग योजना 2010 में सरकार द्वारा शुरू की गई एक योजना है। इसका मुख्य उद्देश्य समाज के आर्थिक रूप से कमज़ोर वर्गों से आने वाली महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करना है जो पहली बार गर्भवती हो।।महिलाएं इस योजना के लिए आवेदन करके अपने बच्चे के दो साल का होने तक इस योजना का लाभ उठा सकती हैं।

2- महिला स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) योजना -:  इस योजना का उद्देश्य गरीब परिवारों की महिलाओं को वित्तीय सहायता देना है। यह योजना महिलाओं को आजीविका कमाने मे मदद करके उन्हें सशक्त बनाने के लिए बनाई गई है।देश भर के कई हिस्सों में महिला एसएचजी को महिला मंडल या सहायता समूह नाम से भी जाना जाता हैं।

3- बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना-: बेटी बचाओ बेटा पढ़ाओ योजना की शुरुवात 2015 की गई थी। इसका उद्देश्य बालिकाओं को बचाना और उन्हें शिक्षित करना है। आर्थिक रूप से कमज़ोर वर्ग की महिलाएँ जिन्होंने बेटी को जन्म दिया है,वे इस योजना का लाभ उठा सकती हैं। महिलाओं को अपने संबंधित राज्य के महिला एवं बाल विकास (WCD) विभागों के माध्यम से योजना के लिए आवेदन करना चाहिए।महिलाएँ इस योजना का लाभ तब तक उठा सकती हैं जब तक उनकी बालिका वयस्क नहीं हो जाती।

4- सुकन्या समृद्धि योजना-: सुकन्या समृद्धि योजना भी 2015 मे शुरू की गई है। इसका उद्देश्य बालिकाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करना है ताकि उन्हे भी शिक्षा के क्षेत्र में आगे बड़ने का मौका मिल सकें ।।महिलाएं इस योजना का लाभ 21 वर्ष तक ही उठा सकती है।।

5- महिला उद्यमिता निधि योजना-: इस योजना को भारत सरकार द्वारा 2020 में शुरू किया गया था। जो महिला अपना व्यवसाय शुरू करना चाहती हैं, लेकिन उनके पास व्यवसाय शुरू करने के लिए पर्याप्त धन नहीं है, उनके लिए महिला उद्यमिता निधि योजना उपयोगी हो सकती है।जो महिलाएं इस योजना का लाभ उठाना चाहती हैं, उन्हें महिला स्टार्टअप हब पोर्टल के माध्यम से आवेदन करना चाहिए।

6- प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना – : यह महिलाओं के लिए मोदी सरकार की सबसे सफल उज्ज्वला योजना हैं।।1 मई 2016 को उत्तर प्रदेश के बलिया से इस योजना की शुरुआत हुई थी। इस योजना के अंतर्गत आर्थिक रूप से कमजोर गृहणियों को रसोई गैस सिलेंडर उपलब्ध कराई जाती हैं।अब तक देश के 8.3 करोड़ परिवारों को इस योजना का लाभ मिल चुका हैं।। 

7- फ्री सिलाई मशीन योजना :- जो महिलाएं सिलाई-कढ़ाई में रुचि रखती हैं, उनके लिए केंद्र सरकार की ओर से फ्री सिलाई मशीन योजना चलाई गई हैं।। इस योजना का लाभ देश के ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों की आर्थिक रूप से कमजोर महिलाएं उठा सकती हैं। इस योजना के अंतर्गत केवल 20 से 40 वर्ष की आयु की महिलाएं आवेदन कर सकती हैं। अब तक कई महिलाएं इस योजना का। लाभ उठा चुकी हैं।

(2023- 24) में महिला सशक्तीकरण के लिए बनाई गई योजना-:

1-: महिला सम्‍मान सेविंग सर्टिफिकेट योजना-: यह महिलाओं के लिए एक लघु बचत योजना हैं।जिसका उद्देश्य महिलाओ मे बचत की आदत को बढ़ावा देना है।यह योजना 2023 से शुरू की गई है।इसके अंतर्गत महिला अपना एकल खाता खोलकर न्यूनतम 1000/- और अधितम 200000/- तक की धनराशि जमा कर सकते है।इस योजना में ब्याज दर 7.5% वर्ष हैं।।

2-: सुभद्रा योजना -:यह योजना भारत की सबसे बड़ी महिला केंद्रित योजना मानी जा रही हैं। 17 सितंबर 2024 को पीएम नरेंद्र मोदी के मौके पर इस योजना की शुरुआत की गई। जो ओडिशा के महिलाओं के लिए एक खास स्‍कीम (Odisha Govt Scheme) है। इस योजना के तहत प्रति वर्ष 10 हजार रुपये दो किश्तों में दिया जाएगा। प्रधानमंत्री ने बताया है कि इस योजना से 1 करोड़ से ज्यादा महिलाओं को लाभ मिलेगा। सुभद्रा योजना के अंतर्गत पात्र महिलाओं को अगले पांच साल (2024-2029) के दौरान 50,000 रुपये की वित्तीय सहायता दी जाएंगी।

महिला सशक्तीकरण पर हमारी राय -:

वैसे तो सरकार महिलाओं को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं बना रही हैं और महिलाएं उनका लाभ भी उठा रही किंतु कई पिछड़े इलाकों में अभी भी महिलाओं की दशा वर्षो पुरानी ही हैं। सरकार को ऐसे क्षेत्र को मुख्य केंद्र बनाकर योजनाएं बनानी चाहिए।

1-: महिलाओं को वित्तीय संकट से निकलने के कौशल सिखाए जाए।।

2-: महिलाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया जाए, जिससे वह अपनी छोटी बड़ी जरूरतों के लिए पुरुषो पर निर्भर ना रहें।।

3-: महिलाओं को पारिवारिक बंधनों से मुक्त होने में मदद की जाए।।

4-: महिलाओं को अर्थव्यवस्था की प्रक्रिया का हिस्सा बनाया जाय।।

5 -: महिलाओं को हर क्षेत्र मे समान अवसर और सुन वेतन मिलना चाहिए।।

Rakshit Kothyari

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